Newz Fast, New Delhi लेकिन सेना की ऐसी कई बातें हैं जो आम लोगों को पता नहीं हैं. आज ऐसा ही कुछ आपको बताने जा रहे हैं जिसे जान कर आप भी हैरान रह जायेगें।
इंडियन आर्मी दुनिया की सबसे बेहतरीन सेनाओं में से एक मानी जाती है.भारतीय सेना के बहादुरी के किस्से दुनियाभर में मशहूर हैं.
भारतीय सेना के जवान युद्ध भुमि में कभी पिछे नहीं हटे हैं. हमारी सेना के जवानों ने भारत माता के मस्तक को कभी झुकने नहीं दिया है।
भारतीय सेना से जुड़ी कुछ खास बातें
आज हम आपको भारतीय सेना की गाड़ियों से जुड़ी खास बात बताने जा रहे हैं. जो आपने इससे पहले कभी नहीं सुनी होंगी और आपको शायद ये भी पता नहीं होगा कि देश में गाड़ियों के लिए बने कानून सेना की गाड़ियों पर लागू नहीं होते.
सेना की गाड़ियों के लिए रक्षा मंत्रालय ने अलग कानून बनाए हैं. साथ ही इन गाड़ियों का पूरा ब्यौरा भी रक्षा मंत्रालय के पास ही होता है.
जानिए कैसे लिखा जाता है सेना की गाड़ियों का नंबर
आपने देखा होगा कि भारतीय सेना की गाड़ियों के नंबर प्लेट पर आगे एक तीर का निशान बना हुआ होता है. उसके बाद बाकी के नंबर लिखे होते हैं.
यह तीर ऊपर की तरफ बना होता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह तीर का निशान सबसे पहले या फिर तीसरे नंबर पर हो सकता है.
इसके बाद सेना को जिस साल में वह गाड़ी मिली उस साल के आखिरी दो अंक लिखे होते हैं. इसके बाद बेस का कोड लिखा होता है और फिर सीरियल नंबर दिया होता है.
नंबर प्लेट पर तीर लगाने का है ये खास मतलब
सेना की गाड़ियों के नंबर प्लेट पर लगे तीर के निशान को ब्रॉड ऐरो कहते हैं. नंबर प्लेट्स पर इस तरह के तीर के निशान का प्रयोग ब्रिटिश कॉमनवेल्थ में अब भी होता है.
इस तीर के निशान को नंबर प्लेट पर इसलिए लगाया जाता है यदि कभी गाड़ी चोरी या किसी दुर्घटना में गाड़ी पलट जाए तो इसका नंबर आसानी से समझा जा सके.